Friday, March 4, 2016

प्रेम एटले.....


नयनथी जागेली प्ण 
होंठो पर आवीने अटकी गयेली
असंख्य उर्मिओना थनगनाटनी साथे वलोवातु भोलु ह्रदय.....

-विपुल देसाइ

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