ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
मुँह की बात सुने हर कोई दिल के दर्द को जाने कौन आवाज़ों के बाज़ारों में ख़ामोशी पहचाने कौन ~ Nida Fazali
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