ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
ए ज़िन्दगी, ले चल मुझे, इक ऐसी जगह जहाँ..........
मेरे और उसके खयालो के दरमियाँ कोई ना हो.......
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