ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी मेरी रब ने…...! बस वही पन्ना गुम था जिसमे तेरा ज़िक्र था.....!!
No comments:
Post a Comment