Thursday, December 1, 2016

रंगीन रातों पै सवेरा हो तो अच्छा !....... हेमशिला माहेश्वरी.."शील".

रंगीन रातों पै सवेरा हो तो अच्छा !
आदमी तम्मनाओं से भरा हो तो अच्छा !!

साज-ए-आवाज-ए-दिल से भरी जिन्दगी !
दिल की बातों  पै भरोसा हो तो अच्छा !!

चाहतों का फैसला तदबीर से करे !
आलम में जीने का फैसला हो तो अच्छा !!

जिक्र लाजमी वही जो बयाँ मुद्दई हो !
वरना लबों पै मौन का वास्ता हो तो अच्छा !!

दिल की हसरत दिलमें न दबाना कभी"शील" !
दर्दे-उल्फत हो ,पर मदावा हो तो अच्छा !!

...हेमशिला माहेश्वरी.."शील"...

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