ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
काश कि तु चाँद और मैं सितारा होता; आसमान में एक आशियाना हमारा होता; लोग तुम्हे दूर से देखते; नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता।....
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