ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली सारी गली उनकी फिराक मे निकली इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली....
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