ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
नही छोड़ी कमी मैने किसी भी रिश्ते को निभाने में,
आनेवाले को दिल का रास्ता भी दिया और जानेवाले को रब का वास्ता भी दिया...
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