ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
और किसी से न रख उम्मिदे वफा कि ऐ दोस्त . माँ का प्यार पा ले जिन्दगी मे जन्नत नसीब हो जाएगी
No comments:
Post a Comment