ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
करो कुछ ऐसा की देश का सम्मान बढ़ जाए, मरो तो ऐसा की तिरंगे की शान बढ़ जाए| भरो पिचकारी ऐसे तीन रंगो की, जब कपड़ों पर पड़े तो हिन्दुस्तान बन जाए||
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