Friday, February 5, 2016

साहिर लुधयानवी  उनके 94 वें वर्षगांठ में  उन्हें सलाम करें

एक रूमानी कवि :

अभी ना जाओ
छोड़ कर कि
दिल अभी
भरा नहीं

एक दार्शनिक कवि :

मै
पल
दो पल का
शायर हूँ

एक खिन्न कवि :

कभी कभी
मेरे दिल में
खयाल आता है

एक समर्पित कवि :

मेरे दिल में
आज क्या है
तू कहें तों
मैं बता दूँ

एक जीवन से संतुस्ट कवि :

मांग के
साथ
तुम्हारा

एक प्रेमिका से समझोता
करने वाला कवि :

चलो
इक बार
फिर से
अजनबी
बन जाए
हम दोनों

एक उदास कवि :

जाने वो
कैसे लोग थे
जिनके
प्यार को
प्यार मिला

एक निश्चित कवि :

मैं
जिंदगी का
साथ
निभाता चला

एक असांसारिक कवि :

ये दुनिया
अगर
मिल भी जाए
तो क्या है

एक देशप्रेमी कवि :

ये
देश है
वीर
जवानों का

एक विद्रोही कवि :

जिन्हें
नाज़ है
हिंद पर
वो
कहाँ है

एक निराशावादी कवि :

तंग
आ चुके है
कशमकश-ए-जिंदगी से
हम

एक मानवतावादी कवि :

अल्ला
तेरो नाम
ईश्वर
तेरो नाम

एक धर्मनिरपेक्ष कवि :

तू
हिंदू
बनेगा
ना
मुसलमान
बनेगा

एक छेड़छाड़ करनेवाला कवि :

ए मेरी
जोहराजबी
तुझे
मालूम नहीं

एक याद ताज़ा करनेवाला कवि :

जिंदगी भर
ना
भूलेगी
ये
बरसात की
रात

इन सभी कवियों का एक ही नाम है :
साहिर लुधयानवी

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