ये मस्तो की प्रेम सभा है, यहा संभलकर आना जी......
"किसी को इतना भी न चाहो कि भुला न सको क्योंकि ज़िंदगी, इन्सान और मोहब्बत तीनों बेवफा हैं....!!
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